सहारनपुर। लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने पश्चिम से पूर्वांचल तक विपक्ष को बड़ा झटका दिया है। भाजपा ने बसपा के पूर्व राज्यसभा सदस्य राजपाल सैनी, सहारनपुर से सपा सरकार में मंत्री रहे साहब सिंह सैनी व जगदीश सोनकर, पूर्व विधायक सुषमा पटेल और पूर्व सांसद अंशुल वर्मा सहित सपा, बसपा, रालोद व कांग्रेस के नेताओं को अपने साथ कर लिया है।

वही,आज भाजपा में शामिल होने के बाद पहली बार सहारनपुर आगमान पर साहब सिंह सैनी का भव्य स्वाग़त किया गया। उनके स्वागत में युवा सैनी समाज सहित समग्र समाज की उपस्थिति इतनी थी कि जगह-जगह जाम के हालात बन गए।
साहब सिंह सैनी उस दौर से राजनीति में सक्रिय है जब पिछड़े समाज के लोग राजनीति में सक्रिय कम ही दिखाई देते थे। दिवंगत नेता एवं तत्कालीन मंत्री चौधरी यशपाल सिंह के पीएस का दायित्व भी काफी लंबे अरसे तक संभालने वाले वर्षो तक सैनी समाज के एक मात्र नेता के रूप में स्थापित रहे। भाजपा में उस दौर में डॉक्टर सुखबीर सिंह सैनी ही सक्रिय हुआ करते थे जो सामाजिक सरोकारों में अधिक सक्रिय रहते थे। ये कहा जाए कि साहब सिंह सैनी की राजनीतिक सक्रियता के कारण ही सैनी समाज मे राजनैतिक चेतना का विकास हुआ और विभिन्न राजनैतिक विचारधाराओं में सैनी समाज की सक्रियता देखने को मिली। और वर्तमान में जब पूर्व मंत्री डॉक्टर धर्म सिंह सैनी ने भाजपा में शामिल होने के प्रयास किये और उन्हें सफलता नही मिल पाई तो तभी से माना जा रहा था कि भाजपा सैनी समाज के बड़े नेता को शामिल करके पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सैनी समाज को भाजपा में लामबंद करने की प्रक्रिया अपनाएगा और राजनीति के माहिर खिलाड़ी समझे जाने वाले साहब सिंह सैनी ने भाजपा में शामिल होने का फैसला लिया जिसे संगठन स्तर पर भी महत्व मिला है और शीघ्र ही उन्हें बड़ी जिम्मेदारी भी भाजपा में मिल सकती है।
बताते चले कि पूर्व केंद्रीय मंत्री काज़ी रशीद मसूद के समाजवादी पार्टी छोड़कर पाला बदलने के बाद प्रतिकूल परिस्थितियों में जिस तरह साहब सिंह सैनी ने सपा को सहारनपुर में संभाला था जिसके चलते ही दिवंगत नेता एवं पूर्व सीएम एन.डी. तिवारी के कहने पर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने उन्हें न केवल एम एल सी बनाया बल्कि अखिलेश यादव की सरकार में उन्हें मंत्री भी बनाया गया था। स्वामी प्रसाद मौर्य एवं डॉक्टर धर्म सिंह सैनी के सपा में शामिल हो जाने पर जिस तरह साहब सिंह सैनी को सपा में हाशिये पर डाल दिया गया था उसके बाद सपा में बने रहना उनके अपने व्यक्तित्व के लिए भी काफी खलिश भरा रहा जबकि भाजपा को वर्तमान में ऐसे कद्दावर नेता की ज़रूरत थी और उन्होंने यहां पार्टी बदल कर एक बार भाजपा को और अधिक मजबूती देने के लिए पार्टी में शामिल होना उचित समझा। पार्टी सूत्रों कि माने तो शीघ्र ही उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिलने के संकेत भी मिले हैं।
रोड शो के दौरान साहब सिंह सैनी की बिगड़ी हालत
सहारनपुर आगमन पर खुली तेज धुप में साहब सिंह सैनी अपने हजारों समर्थकों के साथ भाजपा कार्यलय तक जा रहे थे कि अचानक उनका स्वास्थ्य खराब हो गया और साहब सिंह सैनी को बेहोशी छा गई जिसके बाद उनके निकट के मैडिग्राम हॉस्पिटल में ले जाया गया, जहां कुछ देर चले उपचार के बाद साहब सिंह सैनी को हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई.भारी गर्मी के चलते स्वागत काफिले में साहब सिंह सैनी की तबीयत बिगड़ गई थी,जिसके बाद उन्हें तत्काल दिल्ली रोड स्थित मेडिग्राम अस्पताल में भर्ती किया गया था,स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद साक्षी को घर पर ही आराम करने की हिदायत देते हुए छुट्टी कर दी गई है