हरियाणा: मेवात में सोमवार को सांप्रदायिक हिंसा के बाद देर रात गुरुग्राम के सेक्टर 57 स्थित मस्जिद में आग लगा दी गई.इस हमले में मस्जिद के इमाम की मौत हो गई है और एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है.
मस्जिद की प्रबंधन समिति के चेयरमैन असलम ख़ान ने मीडिया से कहा,इस हमले में मस्जिद के इमाम मोहम्मद साद की मौत हो गई हैगुरुग्राम के डीसीपी ईस्ट नीतीश अग्रवाल ने मीडिया से बात करते हुए इस हमले की पुष्टि की है.
उन्होंने कहा, “मस्जिद के नायब इमाम की हमले में मौत हुई है. इस घटना के संबंध में एफ़आईआर दर्ज की गई है और कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है.”
डीसीपी के मुताबिक़, “जिस समय मस्जिद पर हमला हुआ, पुलिस बल वहाँ सुरक्षा में तैनात थे लेकिन हमलावरों की संख्या बहुत ज़्यादा थी और उन्होंने अचानक गोली चला दी थी. पुलिस घटना से जुड़े वीडियो जुटा रही है और हमलावरों की पहचान की जा रही है. कुछ संदिग्ध हमलावरों को हिरासत में भी लिया गया है.”
डीसीपी के मुताबिक़ समूचे गुरुग्राम में बीती रात की इस घटना के बाद से सांप्रदायिक हिंसा की कोई ख़बर नहीं है.
इमाम साद के भाई शादाब अनवर ने मीडिया से बात करते हुए बताया, “मैं अपने भाई का बस चेहरा ही देख पाया हूँ. अभी हम मोर्चरी पर हैं. मेरे भाई पिछले सात महीने से इस मस्जिद के इमाम थे. मेरे भाई की उम्र महज़ 22 साल थी.”
शादाब ने बीती रात साढ़े 11 बजे साद से बात की थी.
वो बताते हैं, “हम मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं. आज मेरे भाई को वापस घर लौटना था. उसका टिकट था. मैंने उसे फ़ोन करके समझाया कि अभी माहौल ठीक नहीं है. जब तक हालात सामान्य ना हो मस्जिद से बाहर ना निकले. यही आख़िरी बात मेरी उससे हुई.”
‘पुलिस ने सुरक्षा का भरोसा दिया था’
मीडिया से बात करते हुए इस मस्जिद का प्रबंधन करने वाली हरियाणा अंजुमन ट्रस्ट के चेयरमैन मोहम्मद असलम ख़ान ने बताया, “मेवात में हिंसा के बाद सोमवार शाम पुलिस की टीम हमारे पास पहुँची थी और हमें सुरक्षा का भरोसा दिया था.”
असलम ख़ान ने बताया, “स्थानीय थाने से पुलिस की टीम हमारे पास आई थी और हमसे कहा था कि मस्जिद की सुरक्षा पुलिस करेगी. हमसे कहा गया था कि पुलिस टीम मस्जिद में ही मौजूद रहेगी. जब हमने मस्जिद के इमाम और अन्य यहाँ रहने वाले दो अन्य कर्मचारियों के बारे में बात की तो पुलिस ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है.”
डीसीपी नीतीश अग्रवाल ने भी मीडिया से बात करते हुए कहा है कि मस्जिद समिति को सुरक्षा का भरोसा दिया गया था.
असलम ख़ान बताते हैं, “मग़रिब की नमाज़ पढ़ने के बाद हम मस्जिद से लौट आए थे. पुलिस भी मौजूद थी. फिर रात 12 बजे से 12.30 बजे के बीच अचानक मस्जिद पर हमला हुआ. पहले मस्जिद के कैमरे तोड़े गए और फिर आग लगा दी गई.”
उन्होंने बताया, “मूल रूप से बिहार के रहने वाले और मस्जिद के इमाम साद को हमलावरों ने मार दिया. ख़ुर्शीद नाम के एक व्यक्ति घायल हैं जो आईसीयू में है. एक अन्य घायल हैं, जिन्हें मामूली चोट लगी है.”
2004 में हरियाणा सरकार ने गुरुग्राम में 17 मंदिरों, 2 गुरुद्वारों, एक चर्च और एक मस्जिद के निर्माण के लिए ज़मीन आबंटित की थी. ये मस्जिद उसी ज़मीन पर बनी हैं और न्यू गुरुग्राम की इकलौती मस्जिद है. यहाँ आसपास रहने वाले मुसलमान नमाज़ पढ़ने आते हैं.
हमले के बाद इस मस्जिद के पास पहुँचे एक पत्रकार ने मीडिया को बताया, “पुलिस ने हमें मस्जिद के भीतर दाख़िल नहीं होने दिया है. यहाँ हमले के निशान साफ़ नज़र आ रहे हैं. मस्जिद की इमारत को काफ़ी नुक़सान हुआ है.”
आपको बता दें कि सोमवार को मेवात में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने एक धार्मिक यात्रा निकाली थी. इस यात्रा के दौरान दो गुटों में टकराव हुआ, जिसके बाद कई जगहों से हिंसा की ख़बरें आईं.