देश दुनिया। करीब दो दशक से अधिक समय तक चीन दुनिया की फैक्ट्री बना रहा। अमेरिका समेत दुनियाभर की कंपनियों ने वहां सस्ते में सामान बनाकर पूरी दुनिया में बेचा और दोनों हाथों से माल कमाया। वजह साफ है कि अगर चीन की इकॉनमी में सुस्ती आती है तो इसका असर पूरी दुनिया पर होगा। अगर ऐसा हुआ इसका असर अमेरिकी कंपनियों के शेयरों पर भी पड़ेगा। इसकी वजह यह है कि अमेरिका की कई कंपनियों ने चीन में जमकर निवेश किया हुआ है। साथ ही कई कंपनियों के लिए चीन सबसे बड़ा मार्केट है।
यहां तक कि जिन कंपनियों का चीन में ज्यादा बिजनस नहीं है वे भी चीन की स्थिति से चिंता में हैं। उदाहरण के लिए ExxonMobil का चीन में ज्यादा बिजनस नहीं है लेकिन चीन की ग्रोथ में गिरावट आती है तो तेल की डिमांड गिरेगी। इसका असर भी दिखने लगा है। चीन से आ रही खबरों के कारण तेल की कीमत में गिरावट आने लगी है। ऐपल, इंटेल, फोर्ड और टेस्ला जैसी कंपनियों ने चीन में बड़ी-बड़ी यूनिट लगा रखी हैं। इसी तरह स्टारबक्स और नाइकी जैसी कंपनियां चीन के ग्राहकों पर टिकी हैं।